देवी गायत्री मंत्र
मान्यता है कि गायत्री माँ की पूजा करने से घर में सुख समृद्धि का वास होता है। माँ गायत्री को शक्ति, ज्ञान, पवित्रता तथा सदाचार का प्रतीक कहा जाता है। इनकी…
शनि देव चालीसा
॥दोहा॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल। दीनन के दुख दूर करि, कीजै नाथ निहाल॥ जय जय श्री शनिदेव प्रभु, सुनहु विनय महाराज। करहु कृपा हे रवि तनय, राखहु…
महामृत्युंजय मंत्र
महामृत्युंजय मंत्र को एक प्राण रक्षक और महामोक्ष मंत्र माना जाता है। कहा जाता है कि यह भगवान शिव का सबसे बड़ा मन्त्र है। जो व्यक्ति इस मंत्र को जपता है उस से मृत्यु…
हिमाचल का मशहूर भीमाकली मंदिर
भीमाकली मंदिर हिमाचल प्रदेश के सराहन में स्थित है। यह मन्दिर लगभग 800 साल पहले बनाया गया था। यह देवी भीमाकली को समर्पित है। भीमाकली मंदिर को ‘शक्तिपीठ’ या पवित्र…
महाभारत के ऐसे श्राप जिनका प्रभाव आज भी बना हुआ है
पौराणिक कथायों में हमने अनेक बार श्रापों के बारे में सुना अथवा पढ़ा है। परन्तु क्या आप जानते हैं महाभारत में ऐसे श्रापों का वर्णन है। जिनका असर आज भी धरती…
काकनमठ मंदिर – क्या शिव भगवान के इस मंदिर को भूतों ने बनाया था?
मुरैना के पास स्थित सिहोनिया या सिहुनिया कुशवाहों की राजधानी थी। इस साम्राज्य की स्थापना 11वीं शताब्दी में 1015 से 1035 के मध्य हुई थी। काकनमठ मंदिर का निर्माण राजा…
देवी दुर्गा के आठवें रूप देवी महागौरी की कथा
नवरात्रि का आठवाँ दिन देवी दुर्गा के महागौरी स्वरुप को समर्पित है नवरात्रि के आठवें दिन देवी महागौरी की आराधना करनी चाहिए| इनकी सच्चे मन और साफ़ ह्रदय से लोक…
देवी सरस्वती चालीसा
ज्ञान की देवी सरस्वती को वाग्देवी के नाम से भी जाना जाता है। इन्हें श्वेत वर्ण अत्यधिक प्रिय है। क्योंकि यह सादगी का प्रतीक है। सरस्वती जी की पूजा साधना में निम्न चालीसा…