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सावधान हो जाएँ! ये घटनाएं बताती हैं की आपको धन की हानि होने वाली है

    भारत में ये मान्यता है की हर घटना के पीछे कोई न कोई कारण अवश्य होता है कई बारी ये सच भी होता है| ज्योतिष… Read More »सावधान हो जाएँ! ये घटनाएं बताती हैं की आपको धन की हानि होने वाली है

    घर को नकारात्मक ऊर्जा से बचाना है तो मुख्य द्वार पर न रखें ये वस्तुएं

      कहा जाता है कि घर में सकारात्मक व नकारात्मक ऊर्जा दरवाजे के रास्ते ही अंदर आती है। अगर आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव है… Read More »घर को नकारात्मक ऊर्जा से बचाना है तो मुख्य द्वार पर न रखें ये वस्तुएं

      भगवद गीता (विश्वरूपदर्शनयोग- ग्यारहवाँ अध्याय : श्लोक 1 – 55)

        अथैकादशोऽध्यायः- विश्वरूपदर्शनयोग ( विश्वरूप के दर्शन हेतु अर्जुन की प्रार्थना ) अर्जुन उवाच मदनुग्रहाय परमं गुह्यमध्यात्मसञ्ज्ञितम्‌ । यत्त्वयोक्तं वचस्तेन मोहोऽयं विगतो मम ॥ भावार्थ :… Read More »भगवद गीता (विश्वरूपदर्शनयोग- ग्यारहवाँ अध्याय : श्लोक 1 – 55)

        सावधान! इन दिनों में बचें पैसों के लेन देन से वरना आपका पैसा डूब जाएगा

          जरूरत के हिसाब से हम अपने दोस्तों या बैंक से उधार लेते रहते हैं। परन्तु क्या आप जानते हैं कि ज्योत‌िष शास्‍त्र के अनुसार कुछ… Read More »सावधान! इन दिनों में बचें पैसों के लेन देन से वरना आपका पैसा डूब जाएगा

          भगवद गीता (विभूतियोग- दसवाँ अध्याय : श्लोक 1 – 42)

            अथ दशमोऽध्याय:- विभूतियोग ( भगवान की विभूति और योगशक्ति का कथन तथा उनके जानने का फल) श्रीभगवानुवाच भूय एव महाबाहो श्रृणु मे परमं वचः ।… Read More »भगवद गीता (विभूतियोग- दसवाँ अध्याय : श्लोक 1 – 42)

            अपने स्वभाव से जाने की आप तुला राशि के तो नहीं?

              राशि चक्र के सातवें स्थान पर आती है तुला राशि जिसका चिन्ह तराजू है तथा राशि का स्वामी शुक्र है| तुला राशि वालों के नाम… Read More »अपने स्वभाव से जाने की आप तुला राशि के तो नहीं?

              शास्त्रों में बताया है की उम्र ही नहीं, तिथियों के अनुसार बनती बिगड़ती है भाग्‍य की लकीरें

                हस्तरेखा से ज्‍योतिष का एक ऐसा ज्ञान है। जिसके जरिए भूतकाल, वर्तमान और भविष्य तीनों के बारे में पता लगाया जा सकता है। लेकिन आपको… Read More »शास्त्रों में बताया है की उम्र ही नहीं, तिथियों के अनुसार बनती बिगड़ती है भाग्‍य की लकीरें

                खुशी तुम्हारे अन्दर है, लेकिन तुम उसे पैसे और बाहरी वस्तुओं में ढूंढ रहे हो

                  एक गाँव में एक बहुत अमीर व्यक्ति रहता था। उसके जीवन में कोई कमी नही थी। परन्तु वह फिर भी बहुत चिंतित रहता था। एक दिन उसके एक… Read More »खुशी तुम्हारे अन्दर है, लेकिन तुम उसे पैसे और बाहरी वस्तुओं में ढूंढ रहे हो

                  क्यों लिए जाते हैं विवाह के समय अग्नि के फेरे

                    हिन्दू धर्म में विवाह तब तक सम्पन्न नही माना जाता जब तक वर और वधु अग्नि के सामने सात फेरे लेकर सात वचन निभाने का… Read More »क्यों लिए जाते हैं विवाह के समय अग्नि के फेरे

                    श्री राधा कृष्ण की प्रेम भरी भक्ति शायरी

                      जब भी दो प्रेमी जोड़ो का नाम आता है उसमे राधा कृष्णा जी का नाम सबसे ऊपर आता है जिसमे की कृष्णा जी भगवान् विष्णु… Read More »श्री राधा कृष्ण की प्रेम भरी भक्ति शायरी

                      भगवद गीता (राजविद्याराजगुह्ययोग- नौवाँ अध्याय : श्लोक 1 – 34)

                        अथ नवमोऽध्यायः- राजविद्याराजगुह्ययोग ( प्रभावसहित ज्ञान का विषय ) श्रीभगवानुवाच इदं तु ते गुह्यतमं प्रवक्ष्याम्यनसूयवे । ज्ञानं विज्ञानसहितं यज्ज्ञात्वा मोक्ष्यसेऽशुभात्‌ ॥ भावार्थ : श्री भगवान… Read More »भगवद गीता (राजविद्याराजगुह्ययोग- नौवाँ अध्याय : श्लोक 1 – 34)