किस एक पाप के कारण युधिष्ठिर को नर्क देखना पड़ा

द्रोणाचार्य एक बहुत वीर योद्धा थे| महाभारत के युद्ध के समय उन्होंने बहुत वीरता दिखाई और युद्ध भूमि में उनके रणकौशल को देखकर पांडव-सेना के बड़े-बड़े महारथी भी चिंतित हो उठे थे|…

क्यों कहते है कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली – क्यो मनाई जाती है देव दीपावली

कार्तिक पूर्णिमा सभी पूर्णिमाओं में श्रेष्ठ  मानी जाती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव ने देवलोक पर हाहाकार मचाने वाले त्रिपुरासुर नाम के राक्षस का संहार किया था।…

कैसे आया स्वर्ग का पेड़ धरती पर?

शास्त्रों में परिजात वृक्ष को स्वर्ग का पेड़ कहा गया है| परिजात वृक्ष को हमारे शास्त्रों में सर्वोत्तम स्थान प्राप्त है| परिजात वृक्ष के फूलों को लक्ष्मी तथा भगवान शिव की पूजा में…

महाभारत युद्ध के दौरान श्री कृष्ण क्यों खाते थे हर दिन मूंगफली

श्री कृष्ण के कारण ही महाभारत का युद्ध पांडवों के हित में रहा| युद्ध के समय श्री कृष्ण ने अनेक लीलाएं रची और पांडवों को युद्ध में विजय दिलवाई| इन लीलाओं…

देवी सीता के जन्म की अनमोल कथा

रामायण में देवी सीता को जानकी भी कहा गया है| देवी सीता के पिता का नाम जनक था| सीता जी उनकी गोद ली हुई पुत्री थी| आईए जानते हैं कि…

साड़ी के टुकड़े – संत कबीर दास की कथा

एक समय की बात है एक नगर में अत्यंत शांत, नम्र तथा वफादार जुलाहा रहता था| उस जुलाहे ने अपने जीवन में कभी क्रोध नहीं किया था| उस नगर के कुछ…

समय से पहले और भाग्य से ज्यादा कभी नही मिलता

एक सेठ जी थे  – जिनके पास काफी दौलत थी। सेठ जी ने अपनी बेटी की शादी एक बड़े घर में की थी। परन्तु बेटी के भाग्य में सुख न…

पूरी दुनिया में सबसे बड़ा बल कौनसा है?

एक दिन एक किसान का बैल कुएँ में गिर गया । वह बैल घण्टों ज़ोर-ज़ोर से रोता रहा, किसान सुनता रहा और विचार करता रहा कि उसे क्या करना चाहिए…

देवी सीता को भी उठाने पड़े थे हथियार

एक बार भगवान श्री राम अपनी राजसभा में विराजमान थे| उसी समय वहां विभीषण का आगमन हुआ| विभीषण बहुत चिंतित और भयभीत लग रहे थे| सभा में पहुँच कर उन्होंने श्री…

दूसरे की समस्या का मज़ाक ना उड़ाए, हो सकता है कल आप उसी समस्या में फंस जाएँ

बहुत समय पहले की बात है एक गाँव था उस गाँव में एक चूहा किसान के घर में बिल बना कर रहता था| सब कुछ अच्छे से चल रहा था…

जो होता है अच्छे के लिए होता है 

एक बार भगवान से उनका सेवक कहता है, भगवान-आप एक जगह खड़े-खड़े थक गये होंगे, एक दिन के लिए मैं आपकी जगह मूर्ति बन कर खड़ा हो जाता हूं, आप…

जब देवी जगदम्बा के क्रोध को संभालने के लिए भक्त ने किया अपने शीश का दान

बहुत समय पहले की बात है भोजपुर जो की अभी के समय में गोपालगंज के नाम से जाना जाता है| वहां हथुआ नामक स्थान पर राजा मननसिंह का राज था…