साड़ी के टुकड़े – संत कबीर दास की कथा
एक समय की बात है एक नगर में अत्यंत शांत, नम्र तथा वफादार जुलाहा रहता था| उस जुलाहे ने अपने जीवन में कभी क्रोध नहीं किया… Read More »साड़ी के टुकड़े – संत कबीर दास की कथा
एक समय की बात है एक नगर में अत्यंत शांत, नम्र तथा वफादार जुलाहा रहता था| उस जुलाहे ने अपने जीवन में कभी क्रोध नहीं किया… Read More »साड़ी के टुकड़े – संत कबीर दास की कथा
एक सेठ जी थे – जिनके पास काफी दौलत थी। सेठ जी ने अपनी बेटी की शादी एक बड़े घर में की थी। परन्तु बेटी… Read More »समय से पहले और भाग्य से ज्यादा कभी नही मिलता
एक दिन एक किसान का बैल कुएँ में गिर गया । वह बैल घण्टों ज़ोर-ज़ोर से रोता रहा, किसान सुनता रहा और विचार करता रहा… Read More »पूरी दुनिया में सबसे बड़ा बल कौनसा है?
एक बार भगवान श्री राम अपनी राजसभा में विराजमान थे| उसी समय वहां विभीषण का आगमन हुआ| विभीषण बहुत चिंतित और भयभीत लग रहे थे| सभा… Read More »देवी सीता को भी उठाने पड़े थे हथियार
बहुत समय पहले की बात है एक गाँव था उस गाँव में एक चूहा किसान के घर में बिल बना कर रहता था| सब कुछ… Read More »दूसरे की समस्या का मज़ाक ना उड़ाए, हो सकता है कल आप उसी समस्या में फंस जाएँ
एक बार भगवान से उनका सेवक कहता है, भगवान-आप एक जगह खड़े-खड़े थक गये होंगे, एक दिन के लिए मैं आपकी जगह मूर्ति बन कर… Read More »जो होता है अच्छे के लिए होता है
बहुत समय पहले की बात है भोजपुर जो की अभी के समय में गोपालगंज के नाम से जाना जाता है| वहां हथुआ नामक स्थान पर… Read More »जब देवी जगदम्बा के क्रोध को संभालने के लिए भक्त ने किया अपने शीश का दान
जब भी श्री कृष्ण और राधा जी की बात होती है तो सबसे पहले राधा का नाम लिया जाता है| इनके भक्त इन्हे राधा कृष्ण… Read More »इसलिए राधा का नाम लिया जाता है श्री कृष्ण से पहले – radha krishna kyu kaha jata hai
प्रेमियों, कौन हैं श्याम बाबा? किस कुल में उत्पन्न हुए? क्यों कलयुग के प्रधान देव कहलाये? उन्हें मोरवीनंदन क्यों कहा जाता है? ऐसे कई जिज्ञाषा… Read More »स्कन्दपुराणोक्त श्री श्याम देव खाटू श्याम जी कथा
महाभारत के युद्ध के समय श्री कृष्ण अर्जुन के रथ के सारथी थे| युद्ध के समय अर्जुन का बाण जैसे ही कर्ण की तरफ छूटता था, कर्ण का… Read More »महाभारत युद्ध के आखिरी दिन ऐसा क्या हुआ जो अर्जुन के होश उड़ गए
जब भगवान शिव का देवी पार्वती से विवाह हुआ तो वह खुद को घर में बहुत अकेला महसूस करती थी| क्योंकि भगवान शिव ज्यादातर ध्यान… Read More »भगवान शिव की बहन असावरी देवी के उतपन्न होने की कथा
परशुराम जी के पिता का नाम जमदग्नि तथा माता का नाम रेणुका था| परशुराम जी के चार बड़े भाई थे| सब भाईयों में परशुराम जी ही सबसे अधिक… Read More »आखिर क्यों अपनी ही माता का वध किया था परशुराम ने