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Hinduism

हनुमान बाहुक पाठ से पाएं शारीरिक रोगों से मुक्ति

    हनुमान बाहुक का पाठ हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिया किया जाता है| हनुमान बाहुक का निरन्तर पाठ करने से मनोवांछित मनोरथ की प्राप्ति होती है|… Read More »हनुमान बाहुक पाठ से पाएं शारीरिक रोगों से मुक्ति

    घर के मंदिर में यह मूर्तियां अवश्य होनी चाहिए

      घर में मंदिर होना बहुत आवश्यक होता है| क्योंकि मंदिर के घर में होने से घर में सकरात्मक ऊर्जा आती है तथा यह घर में… Read More »घर के मंदिर में यह मूर्तियां अवश्य होनी चाहिए

      अच्छा हुआ हम इन्सान नहीं बने

        आज बन्दर और बन्दरिया के विवाह की वर्षगांठ थी । बन्दरिया बड़ी खुश थी एक नज़र उसने अपने परिवार पर डाली। तीन प्यारे-प्यारे बच्चे, नाज… Read More »अच्छा हुआ हम इन्सान नहीं बने

        द्रोपदी ने क्यों कहा कि भीम ही है मेरा सच्चा पति

          द्रोपदी द्रुपद नरेश की पुत्री थी| अपनी पुत्री के विवाह के लिए द्रुपद ने स्वयंवर का आयोजन किया| उस समय पांडव वनवास व्यतीत कर रहे… Read More »द्रोपदी ने क्यों कहा कि भीम ही है मेरा सच्चा पति

          आप एक अच्छे इंसान हैं, लेकिन क्या आप एक पुण्य आत्मा हैं?

            एक औरत अपने बच्चे को एक संत व्यक्ति के पास लेकर गई। उसने संत से कहा, “मेरे डॉक्टर ने कहा है कि मेरे बेटे को… Read More »आप एक अच्छे इंसान हैं, लेकिन क्या आप एक पुण्य आत्मा हैं?

            राम कथा के इन घटनाक्रम से प्रेरणा लेकर इन्‍हें जीवन में आत्‍मसात करें

              रावण वध कर, अयोध्या लौटने पर हम भगवान ​श्री राम के स्वागत में हर साल दीवाली का त्यौहार हर्षोउल्लास के साथ मनाते है। जबकि इसी… Read More »राम कथा के इन घटनाक्रम से प्रेरणा लेकर इन्‍हें जीवन में आत्‍मसात करें

              मैं भारत का नागरिक हूँ, मुझे लड्डू दोनों हाथ चाहिये।

                मैं भारत का नागरिक हूँ, मुझे लड्डू दोनों हाथ चाहिये। बिजली मैं बचाऊँगा नहीं, बिल मुझे कम चाहिये । पेड़ मैं लगाऊँगा नहीं, मौसम मुझको… Read More »मैं भारत का नागरिक हूँ, मुझे लड्डू दोनों हाथ चाहिये।

                मुद्रा माटी हो गई, मोदी भए कुम्हार। नेता मिलि के रो रहे, ऐसा हुआ प्रहार

                  मुद्रा माटी हो गई, मोदी भए कुम्हार। नेता मिलि के रो रहे, ऐसा हुआ प्रहार।। दीदी गुर्राए यहाँ, वहाँ बहन जी रोय। उधर केजरी दंग… Read More »मुद्रा माटी हो गई, मोदी भए कुम्हार। नेता मिलि के रो रहे, ऐसा हुआ प्रहार

                  आचार्य चाणक्य के द्वारा कहे गए 602 बहुमूल्य विचार

                    चाणक्य का जन्म भारत वर्ष में लगभग 2400 साल पहले हुआ था| उनके द्वारा लिखे गए ग्रन्थ आज भी उतने ही सही हैं जितने उस… Read More »आचार्य चाणक्य के द्वारा कहे गए 602 बहुमूल्य विचार