हनुमान जी का चमत्कारी साबर मंत्र करता है आपकी रक्षा

राम भक्त हनुमान जी की अराधना करने से सब कष्टों से मुक्ति मिलती है| वैसे तो हनुमान जी सदैव अपने भक्तों पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं| लेकिन यदि आपको डर…

देवी सीता को भी उठाने पड़े थे हथियार

एक बार भगवान श्री राम अपनी राजसभा में विराजमान थे| उसी समय वहां विभीषण का आगमन हुआ| विभीषण बहुत चिंतित और भयभीत लग रहे थे| सभा में पहुँच कर उन्होंने श्री…

श्री राम ने दिया था अपने भक्त हनुमान को यह वरदान

पवन पुत्र हनुमान जी भगवान श्री राम के बहुत बड़े भक्त हैं| हनुमान जी की तरह श्री राम को भी अपने भक्त हनुमान से बहुत लगाव था| रामायण में इस बात…

इन बातों का ध्यान रखने से रह सकते हैं आप संकटो से दूर

क्या आप जानते हैं कि यदि आप हिन्दू यम और नियम के अनुसार अपना जीवन यापन करते तो जिंदगी में संकट नहीं आ सकते हैं| उपनिषद और गीता का बार – बार…

देवी पार्वती ने भगवान शिव से कहा की उन्हें चाहिए अपना खुद का महल

एक बार की बात है देवी पार्वती जी का मन हुआ कि उनके पास भी एक महल होना चाहिए| उन्हें महसूस हुआ कि सभी देव अपने महलों में रहते है…

श्री राम की एक बहन भी थी शांता

श्री राम के पिता दशरथ अयोध्या के राजा थे| महाराज दशरथ की तीन रानियां थी – कौशल्या, कैकयी और सुमित्रा| भगवान श्री राम कौशल्या माता के पुत्र थे| अयोध्या के राजा दशरथ…

क्यों हुआ पृथ्वी पर राधा जी का जन्म

राधा जी और श्री कृष्ण का प्रेम इतना गहरा था कि आज भी सब राधा जी को श्री कृष्ण की आत्मा कहकर पुकारते हैं| राधा जी का जन्म भाद्रपद महीने की शुक्लपक्ष…

कौरवों के पैदा होने की कहानी

महाभारत का युद्ध पांडवो तथा कौरवों के मध्य हुआ था| पांडव पाण्डु के पुत्र थे और पांडव पांच भाई थे| पांडवो के जन्म की कथा से तो हम सब अवगत हैं|…

क्यों देवी पार्वती ने दिया शिव, विष्णु, नारद और कार्तिकेय को श्राप

एक बार भगवान शिव , विष्णु, नारद और कार्तिकेय ने देवी पार्वती के साथ एक छल किया| इस छल से देवी पार्वती को बहुत आघात पहुंचा और उन्होंने इन सबको श्राप…

श्री कृष्ण के परम् मित्र सुदामा को निर्धन होने का श्राप कैसे मिला

सुदामा जी श्री कृष्ण के परम् मित्र थे| परन्तु फिर भी वे गरीबी में जीवन व्यतीत कर रहे थे| अध्यात्मिक दृष्टिकोण से तो सुदामा जी जैसा कोई अमीर नहीं था| परन्तु…

संकटमोचन हनुमानाष्टक – हनुमान जी करेंगे मुक्त है कष्ट से

हनुमान जी को भगवान शिव का अवतार माना जाता है। हनुमान जी के भक्त उन्हें संकटमोचन कह कर भी पुकारते हैं। क्योंकि वे अपने भक्तों के सभी कष्ट हर लेते…

जब देवी जगदम्बा के क्रोध को संभालने के लिए भक्त ने किया अपने शीश का दान

बहुत समय पहले की बात है भोजपुर जो की अभी के समय में गोपालगंज के नाम से जाना जाता है| वहां हथुआ नामक स्थान पर राजा मननसिंह का राज था…