आखिर क्यों अपनी ही माता का वध किया था परशुराम ने

परशुराम जी के पिता का नाम जमदग्नि तथा माता का नाम रेणुका था| परशुराम जी के चार बड़े भाई थे| सब भाईयों में परशुराम जी ही सबसे अधिक गुणी तथा बुद्धिमान थे| भगवान परशुराम…

मंदोदरी को रावण से विवाह क्यों करना पड़ा था

रावण के बारे में सभी जानते है की उसकी पत्नी का नाम मंदोदरी था परन्तु मंदोदरी की असली पहचान के बारे में कोई नहीं जानता| रामायण में रावण के मरने…

नृसिंह जयंती – व्रत कथा, व्रत विधि, मंत्र

नृसिंह जयंती को हिन्दू धर्म में बहुत धूम – धाम से मनाया जाता है| इस दिन भगवान विष्णु ने अपने भक्त प्रहलाद की रक्षा के लिए नृसिंह का अवतार लिया था| इसीलिए…

आपने कभी सोचा भी नहीं होगा की शंख बजाने से आपको ऐसा लाभ भी हो सकता है

हिन्दू धर्म में पूजा के समय शंख बजाने की परम्परा काफी समय से चलती आ रही है| शंख को घर के पूजा घर में रखना और बजाना बहुत शुभ माना…

पूजा के समय देवी देवताओं को चढ़ाएं कौन से फूल

हम सभी भगवान को प्रसन्न करना चाहते हैं ताकि हमारा जीवन खुशियों से भरा रहे और कष्टों से दूर रहे| इसीलिए भगवान को प्रसन्न करने के लिए हम भगवान की पूजा…

गोवर्धन पूजा – व्रत कथा, व्रत विधि

गोवर्धन पूजा की परम्परा श्री कृष्ण ने महाभारत काल में शुरू की थी| गोवर्धन पूजा कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के दिन की जाती है| गोवर्धन पूजा से एक कथा जुड़ी हुई है जो इस…

हनुमान जी का गुणगान करें हनुमान आरती के साथ

हनुमान जी श्री राम के बहुत बड़े भक्त हैं। कहते हैं हनुमान जी की अराधना करने से सब दुख और कष्ट दूर होते हैं और भूत पिशाच भी दूर भागते…

कार्तिक पूर्णिमा व्रत कथा

कार्तिक पूर्णिमा के दिन व्रत रखना बहुत शुभ माना जाता है| कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली या त्रिपुरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है| इस दिन भगवान शिव ने ब्रह्मा और…

इस प्रकार की जाती है शिवलिंग की पूजा अर्चना

भगवान शिव को अनेक नामों से जाता हैं जैसे शिव शंकर, महादेव, भोले भंडारी तथा भोलेनाथ आदि। कहते हैं कि शिव आदि और अनंत हैं। शिव को सबसे श्रेष्ठ देव माना…

ऐसे पड़ा अंजनी पुत्र मारुति का नाम हनुमान

हनुमान जी को भगवान शिव का अवतार माना जाता है| उनका जन्म राजा केसरी और उनकी पत्नी अंजनी के घर हुआ था| हनुमान जी के जन्म के समय इनका नाम मारुति…

रावण के भाई कुंभकर्ण के बारे में यह सब बातें जान के आप आश्चर्यचकित रह जाओगे

कुंभकर्ण रावण का भाई था| कुंभकर्ण भी रावण की तरह बहुत शक्तिशाली था| रावण, विभीषण तथा कुंभकर्ण तीनों भाई ब्रह्मा जी को प्रसन्न करना चाहते थे| इसलिए उन्होंने ब्रह्मा जी को प्रसन्न…

शरद पूर्णिमा व्रत कथा

एक समय की बात है| एक साहूकार की दो पुत्रियां थी| उसकी दोनों पुत्रियां पूर्णिमा का व्रत रखती थी| परन्तु दोनों के व्रत रखने में अंतर था| साहूकार की बड़ी पुत्री विधिपूर्वक पूरा…