श्री रामचन्द्र जी की आरती
भगवान श्री राम रामायण के प्रमुख पात्र हैं| विष्णु अवतार श्री राम का नाम जपने से सभी कष्ट दूर होते हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के… Read More »श्री रामचन्द्र जी की आरती
भगवान श्री राम रामायण के प्रमुख पात्र हैं| विष्णु अवतार श्री राम का नाम जपने से सभी कष्ट दूर होते हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के… Read More »श्री रामचन्द्र जी की आरती
आपने अक्सर देखा होगा कि लोग अपनी दुकानों के बाहर नींबू मिर्च लगा कर रखते हैं। दरअसल नींबू, तरबूज, सफेद कद्दू और मिर्च का तंत्र और टोटकों… Read More »जाने क्यों है रास्ते में पड़े नींबू मिर्च पर पैर रखना नुकसानदेह
भीम एक बहुत बलशाली योद्धा था। महाभारत में भीम के बारे में बताया गया है कि भीम में दस हजार हाथियों के समान बल था। एक… Read More »कैसे आया भीम में 10 हज़ार हाथियों का बल?
कोणार्क सूर्य मंदिर सूर्य देव को समर्पित है। यह मंदिर पूर्वी गंगा साम्राज्य के महाराजा नरसिंहदेव ने बनवाया था। यह मन्दिर ओडिशा राज्य के कोणार्क में स्थित है।… Read More »सूर्य देव को समर्पित ओडिशा में स्तिथ कोणार्क मंदिर
रावण के अंदर ज्ञान होने के साथ साथ बहुत बुराइयां भी थी। परन्तु रावण की सबसे बड़ी बुराई थी कि वह सुंदर स्त्रियों को देखकर तुरन्त… Read More »रावण के अनुसार स्त्रियों में होते हैं ये 8 अवगुण
भगवान शिव को महाकाल भी कहा जाता है। धार्मिक ग्रन्थों में शिव जी को अनादि व अजन्मा बताया गया है। महाकाल उसे कहा जाता है मृत्यु… Read More »शिव महापुराण में बताये गए हैं मृत्यु के यह संकेत
रावण बहुत बड़ा ज्ञानी तथा महापंडित था। परन्तु अपने ही अहंकार के कारण वह मृत्यु को प्राप्त हुआ। रावण का वध श्री राम के द्वारा हुआ।… Read More »रावण के सर्वनाश का कारण थे ये लोग
देवी लक्ष्मी को वैभव की देवी माना जाता है। लक्ष्मी जी की नित्य पूजा करने से जीवन में कभी दरिद्रता नहीं आती। घर सुख समृद्धि से… Read More »श्री लक्ष्मी चालीसा
पाण्डु के पांच पुत्र थे युधिष्ठर, भीम, अर्जुन, नकुल और सहदेव। युधिष्ठर, भीम और अर्जुन कुंती के पुत्र थे और नकुल तथा सहदेव माद्री के पुत्र थे। यह… Read More »पांडवों ने खाया था अपने मृत पिता के शरीर का मांस
हर व्यक्ति समाज में मान सम्मान पाना चाहता है। परन्तु कई बार कुछ कारणों से हम समाज में मिलने वाले सम्मान से वंचित रह जाते… Read More »इन उपायों द्वारा पा सकते हैं अपने जीवन में मान सम्मान
राजा उत्तानपाद के पिता स्वयंभुव मनु और माता शतरुपा थी। उत्तानपाद की दो पत्नियां थीं सुनीति और सुरुचि। राजा उत्तानपाद को अपनी पत्नियों से दो पुत्र प्राप्त हुए। राजा को सुनीति… Read More »बालक ध्रुव कैसे बना एक तारा – इसके पीछे की कथा क्या है?
हिन्दू धर्म में हनुमान जी को अनेक नामों से जाना जाता है। जैसे बजरंगबली, महावीर, केसरी नंदन, राम भक्त और संकट मोचन। हनुमान जी को यह… Read More »कब कब बने हनुमान जी श्री राम के संकट मोचक