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हनुमान जी का चमत्कारी साबर मंत्र करता है आपकी रक्षा

    राम भक्त हनुमान जी की अराधना करने से सब कष्टों से मुक्ति मिलती है| वैसे तो हनुमान जी सदैव अपने भक्तों पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं| लेकिन यदि आपको डर लग रहा है या आपको कोई भूत – प्रेत का खतरा नजर आ रहा है या आप जंगल में कहीं अनजान जगह सो रहे हों, तो हनुमान जी का चमत्कारिक साबर मंत्र तीन बार पढ़कर निश्‍चिंत होकर सो जाएं| साबर मंत्र का उच्चारण करने से हनुमान जी आपकी हर प्रकार से रक्षा करेंगे|

    आप हनुमान जी की रक्षा प्राप्त करने के लिए गुरु गोरखनाथ द्वारा अविष्कृत इस चमत्कारिक साबर मंत्र का प्रयोग कर सकते हैं|

    साबर मंत्र 

    ।।ओम गुरुजी को आदेश गुरुजी को प्रणाम,
    धरती माता धरती पिता, धरती धरे ना धीरबाजे श्रींगी बाजे तुरतुरि
    आया गोरखनाथमीन का पुत् मुंज का छड़ा,
    लोहे का कड़ा हमारी पीठ पीछे यति हनुमंत खड़ा,
    शब्द सांचा पिंड काचास्फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।।

    मध्यकाल में कालिका माता, हनुमान जी, भैरवनाथ, बगलामुखी आदि देवी और देवताओं सहित कई यक्षिणियों, पिशाचिनियों आदि के साबर मंत्र भी बनाए गए थे| मध्‍यकाल में तांत्रिक, काला जादू जानने वाले, बंजारे, आदिवासी, वनवासी, घुमक्कड़ और ठेठ गांव के लोगों में यह साबर मंत्र बहुत प्रचलित थे|

    आज भी कई तांत्रिक और जानकार लोग ही इन गुप्त मंत्रों के रहस्य को जानते हैं| कई साबर मंत्र तो अब लुप्त हो चुके हैं|

    मान्यता है कि यदि साबर मंत्र को नियमों के साथ पड़ा जाये तो यह मंत्र जल्दी से सिद्ध हो जाते हैं| नियमों और पवित्रता के पालन से यह मंत्र और भी असरकारक बन जाते हैं| यदि व्यक्ति इन साबर मंत्रों को गंभीरता से नहीं लेता है तो इसका उल्टा असर भी तुरंत शुरू हो जाता है|

    इसीलिए इन मंत्रों को हंसी-मजाक में न लेकर इनको पूर्ण सम्मान के साथ लेना चाहिए| यदि आपका मन और नीयत साफ है तो ‘साबर मंत्र’ आपके साथ है| हनुमान साबर मंत्र को सिद्ध करने के लिए किसी समर्थ गुरुदेव से मंत्र दीक्षा लेकर रुद्राक्ष, मूंगे अथवा लाल चन्दन की माला से मंत्र का जप करें तभी यह सिद्ध होगा| फिर आप कहीं भी सोते वक्त यह मंत्र तीन बार पढ़कर सो जाएंगे, तो किसी भी प्रकार का खतरा नहीं होगा|

    हालांकि जानकार लोग कहते हैं कि जिस व्यक्ति का चित्त निर्मल और कर्म शुद्ध होते हैं, उनको इसे सिद्ध करने की जरूरत नहीं होती| साबर मंत्रों को स्वयंसिद्ध माना गया है। इसके बोलते ही संबंधित देवी या देवता जाग्रत हो जाते हैं|

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