द्रोपदी के अलावा थी अर्जुन की तीन पत्नियां – आपने सही पढ़ा! कौन थीं वह?
द्रोपदी पांचाल देश के राजा द्रुपद की पुत्री थी। द्रोपदी का जन्म महाराज द्रुपद के यहां यज्ञकुंड से हुआ था। अर्जुन द्वारा स्वयंवर जीतने के बाद द्रोपदी का विवाह अर्जुन से हुआ।…
हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने के पीछे क्या कारण है? यहाँ जानिये
भगवान हनुमान श्री राम के परमभक्त थे। इसलिए उन्हें रामभक्त हनुमान भी कहा जाता है। श्री राम के परमभक्त हनुमान जी की पूजा करने से जीवन की हर बाधा दूर हो…
नंदी के बिना बैठते हैं कपालेश्वर मंदिर में महादेव
ऐसा माना जाता है कि गोदावरी तट के पास महादेव ने निवास किया था। उस स्थान पर कपालेश्वर महादेव मंदिर स्थित है। यह नासिक शहर के प्रसिद्ध पंचवटी इलाके में गोदावरी तट…
ऐसे हुई थी श्री कृष्ण और राधा जी की प्रेम कहानी आरम्भ
राधा कृष्ण के प्रेम से तो हम सभी अवगत हैं। राधा कृष्ण के प्रेम सम्बन्ध को पूरे भारतवर्ष में पूजा जाता है। राधा जी को पुराणों में श्री कृष्ण की शश्वत जीवन संगिनी बताया…
लक्ष्मी की बड़ी बहन दुर्भाग्य की देवी ज्येष्ठा देवी को अपने घर से रखें दूर नहीं तो…
ज्येष्ठा हिन्दू धर्म की देवी हैं। ज्येष्ठा सौभाग्य और सुंदरता की देवी लक्ष्मी जी की बड़ी बहन मानी जाती हैं जो कि बिलकुल उनके विपरीत हैं। यह अशुभ घटनाओं और…
रावण के जीवन के कुछ अद्भुद रहस्य – सावधान! कहीं आप सहम ना जाएँ
रावण लंका का राजा था। अपने दस सिरों के कारण वह दशानन के नाम से भी जाना जाता था। वह एक कुशल राजनीतिज्ञ, महापराक्रमी, अत्यन्त बलशाली, अनेकों शास्त्रों का ज्ञाता प्रकान्ड…
20 Quotes from the Ancient Hindu Scriptures
Most humbly we bow to You, O Supreme Lord. At Your command moves the mighty wheel of time. You are eternal, and beyond eternity. (Artharva Veda) The one who loves…
क्यों गुरु के सेवा करने पर कर्ण को वरदान की जगह मिला श्राप
महाभारत की कथा के कई अनछुए पहलु हैं आज हम आपको रूबरू करते हैं ऐसी ही एक घटना से जिसके बारे में शायद ही आपको पता हो| पांडवों की माता…
माघ पूर्णिमा पर गंगा स्नान के इन फायदों के बारे में जाने
शास्त्रों के अनुसार माघ पूर्णिमा को पुण्य की प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण अवसरों में से एक माना गया है। माना जाता है कि माघ मास में स्नान और दान करना…
नारद मुनि के मनुष्य रूप में धरती पर जन्म का रहस्य
नारद मुनि ब्रह्मा जी के 7 मानस पुत्रों में से एक हैं। वे भगवान विष्णु जी के भक्त थे। नारद जी ने कठिन तपस्या से ब्रह्मऋषि पद प्राप्त किया था। समय…
भगवान श्री राम ने देवी सीता को मुँह दिखाई पर क्या उपहार दिया था?
श्री राम अयोध्या के राजा दशरथ के पुत्र थे। श्री राम का विवाह राजा जनक की पुत्री देवी सीता के साथ हुआ। श्री राम तथा देवी सीता रामायण के प्रमुख पात्र थे। श्री राम…