नवरात्रों में क्यों जलाई जाती है अखंड ज्योत

नवरात्रों के 9 दिन जलाई जाने वाली अखंड ज्योत माता के प्रति आपकी अखंड आस्था का प्रतीक मानी जाती है। यह ज्योत नवरात्रों के 9 दिन लगातार जलती रहती है। आईये…

भगवान शिव मंत्र

भगवान शिव को देवों के देव ‘महादेव’ भी कहा जाता है। शिव भोलेनाथ तो इतने भोले हैं की सिर्फ ‘ॐ नमः शिवाय’ के जाप से ही खुश हो जाते हैं…

प्रभु श्री राम द्वारा किये गए अश्वमेघ यज्ञ का घोडा कौन था

प्रभु श्री राम से जुडी कई कथाएं हैं इन्ही में से एक कथा है उनके द्वारा किये गए अश्वमेघ यज्ञ के बारे में भी है| दरअसल अश्वमेघ यज्ञ में होता…

सूर्य देव चालीसा

सूर्य देव का हिन्दू धर्म में बहुत अधिक महत्व है। कहा जाता है की पुत्र प्राप्ति के लिए सूर्य देव की आराधना करनी चाहिए। सूर्य देव से ही धरती पर…

युधिष्ठिर ने समझा उपदेश का सही अर्थ

जब कौरव और पांडव गुरु द्रौणाचार्य के पास शिक्षा प्राप्त करते थे। तब गुरु द्रौणाचार्य अपने सभी शिष्यों को सबक याद करने को देते थे। एक दिन गुरु द्रौणाचार्य ने…

ऐसे मिटाई राम नाम ने हनुमान जी की भूख

लंका युद्ध जीतने के बाद श्री राम का अयोध्या में राज्याभिषेक हुआ। राज्याभिषेक के बाद देवी सीता को हनुमान जी पर वात्सल्य प्रेम उमड़ा और उन्होंने हनुमान जी से कहा कि…

देवी सरस्वती चालीसा

हिन्दू धर्म में सरस्वती देवी को विद्या की देवी भी कहा जाता है। श्री कृष्ण ने भी सबसे पहले माँ सरस्वती की पूजा की थी। सरस्वती देवी को सफ़ेद रंग…

समुद्र मंथन का साक्षी है मंदार पर्वत

समुद्र मंथन के दौरान समुद्र से कई महत्वपूर्ण वस्तुएं बाहर निकली थी। देवतओं तथा राक्षसों ने समुद्र मंथन के लिए शेषनाग और एक पहाड़ का सहारा लिया था। जिस पहाड़ की सहायता…

हमें प्रभु के और करीब लाता है संगीत और मंत्रजाप, जानिये कैसे?

सभी लोग उन्हें योग का ‘रॉकस्टार’ कहते हैं लेकिन वो खुद को केवल ‘कीर्तनवाला’ ही कहलाना पसंद करते हैं। 2013 में ग्रैमी अवार्ड के लिए नामित जाप गुरु कृष्णा दास…

जय संतोषी माँ – 16 शुक्रवार व्रत कथा, विधि, आरती तथा उद्देश्य

शुक्रवार के दिन मां संतोषी का व्रत-पूजन किया जाता है। सुख-सौभाग्य की कामना के लिए माता संतोषी के 16 शुक्रवार तक व्रत किये जाने का विधान है। संतोषी माता उन…

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग की उत्पत्ति की कथा

भगवान् शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के बाद नाम आता है नागेश्वर या फिर जागेश्वर ज्योतिर्लिंग का नागेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात के द्वारकापुरी से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी…

धरती पर नदी के रूप में क्यूँ आना पड़ा देवी गोदावरी को

भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंग धरती पर मौजूद है इन बारह ज्योतिर्लिंगों में तीसरे स्थान पर आता है महाराष्ट्र के नासिक जिले में गोदावरी नदी के तट पर स्थित श्री…